नई H-1B वीजा प्रक्रिया के तहत, प्रत्येक लाभार्थी केवल एक बार पंजीकरण कर सकता है, चाहे उसके लिए कितने भी नियोक्ता आवेदन करें।
अमेरिकी प्रशासन ने हाल ही में अमेरिका में काम करने वाले विदेशी नागरिकों के लिए H-1B वीजा चयन प्रक्रिया में बदलाव किया है। इस कदम का उद्देश्य अमेरिका में विदेशी प्रतिभाओं की भर्ती को निष्पक्ष, पारदर्शी और कुशल बनाना है। नए नियमों के लागू होने के बाद पंजीकरण की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में पंजीकरण में 38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
पहले, नियोक्ताओं को एक ही लाभार्थी के लिए कई पंजीकरण करने की अनुमति थी, जिससे उनके चयन की संभावना बढ़ जाती थी। हालांकि, नई H-1B प्रक्रिया के तहत, प्रत्येक लाभार्थी केवल एक बार पंजीकरण कर सकता है, चाहे उसके लिए कितने भी नियोक्ता आवेदन करें।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) ने जानकारी दी है कि इस कदम का उद्देश्य एक ही उम्मीदवार के लिए कई आवेदनों को समाप्त करना है। USCIS ने कहा, “नई प्रक्रिया एक अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी चयन सुनिश्चित करती है, जिससे प्रणाली में हेरफेर करने की क्षमता कम हो जाती है।”
इस साल USCIS को 479,953 पंजीकरण प्राप्त हुए, जिनमें से 470,342 पात्र पाए गए। हालांकि, 2024 में 758,994 पंजीकरण दर्ज किए गए थे, जिससे इस साल पंजीकरण में भारी गिरावट देखी गई है। प्रति लाभार्थी औसत पंजीकरण वित्तीय वर्ष 2024 में 1.70 से घटकर वित्तीय वर्ष 2025 में 1.06 हो गया है। वित्तीय वर्ष 2025 में लगभग 442,000 अद्वितीय लाभार्थियों ने पंजीकरण कराया, जबकि वित्तीय वर्ष 2024 में यह संख्या 446,000 थी।
भारतीय नागरिक H-1B वीजा धारकों का सबसे बड़ा समूह हैं। वर्ष 2023 में जारी किए गए 386,000 H-1B वीजा में से 72.3 प्रतिशत भारतीयों को प्रदान किए गए। पंजीकरण के लिए आवेदकों को USCIS को $10 का भुगतान करना पड़ता है। यह वीजा शुरुआत में तीन साल के लिए जारी किया जाता है, जिसे छह साल तक बढ़ाया जा सकता है।
सभी ड्रॉपबॉक्स आवेदन अमेरिकी वाणिज्य दूतावास, चेन्नई के माध्यम से संसाधित किए जाते हैं, हालांकि आवेदक पूरे भारत में वीज़ा आवेदन केंद्रों पर अपने दस्तावेज़ जमा कर सकते हैं। हालांकि, इन स्लॉट्स को सुरक्षित करना एक चुनौती साबित हो रहा है। नई प्रक्रिया का उद्देश्य हजारों H-1B वीजा आवेदकों के लिए नवीनीकरण प्रक्रिया को सरल बनाना है, जिससे वाणिज्य दूतावासों में अपॉइंटमेंट स्लॉट प्राप्त करने की कठिनाई कम हो सके।
सौजन्य से THE TOI