एफबीआई निदेशक काश पटेल ने जेफरी एपस्टीन फाइलों को लेकर चल रही विवाद के बीच इस्तीफा देने की अफवाहों का खंडन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में कहा, “षड्यंत्र सिद्धांत सच नहीं हैं, कभी नहीं थे। संयुक्त राज्य के राष्ट्रपति की सेवा करना सम्मान की बात है, और मैं जब तक वे मुझे बुलाएंगे, तब तक सेवा करता रहूंगा।” यह बयान जस्टिस डिपार्टमेंट और एफबीआई के एक संयुक्त मेमो के बाद आया, जिसमें कहा गया कि एपस्टीन की 2019 में जेल में आत्महत्या से मृत्यु हुई थी और कोई “क्लाइंट लिस्ट” या ब्लैकमेल का सबूत नहीं मिला।
विवाद तब शुरू हुआ जब अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने पहले दावा किया था कि उनके पास एपस्टीन की क्लाइंट लिस्ट है, लेकिन बाद में मेमो ने इस दावे को खारिज कर दिया। इससे डिप्टी एफबीआई निदेशक डैन बोंगिनो और बॉन्डी के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके बाद बोंगिनो के इस्तीफे की अटकलें लगीं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि पटेल भी बोंगिनो के साथ इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन पटेल ने इन अफवाहों को खारिज कर दिया।
व्हाइट हाउस और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने भी इन मतभेदों को कम करने की कोशिश की, जिसमें डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच ने कहा कि मेमो पर सभी ने सहमति दी थी। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी एपस्टीन मामले पर सवालों को खारिज करते हुए इसे “पुराना और बेकार” बताया।