थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर गोलीबारी: ट्रंप की युद्धविराम अपील के बावजूद तनाव जारी

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर चल रही हिंसक झड़पें रविवार, 27 जुलाई 2025 को चौथे दिन भी जारी रहीं, भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं से तत्काल युद्धविराम की अपील की थी। यह संघर्ष दशकों पुराने सीमा विवाद के कारण भड़का है, जिसमें प्राचीन हिंदू मंदिरों ता मोआन थोम और प्रीह विहार के स्वामित्व को लेकर तनाव शामिल है।

विवाद का कारण और हालात

  • सीमा विवाद: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 817 किलोमीटर लंबी सीमा पर कई क्षेत्रों को लेकर लंबे समय से विवाद है। 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने प्रीह विहार मंदिर को कंबोडिया को सौंपा था, लेकिन 2008 में कंबोडिया द्वारा इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध करने की कोशिश के बाद तनाव बढ़ गया।
  • ताजा झड़पें: यह हिंसा मई 2025 में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद शुरू हुई। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर पहले गोलीबारी शुरू करने का आरोप लगाया है। गुरुवार, 24 जुलाई 2025 को हिंसा भड़कने के बाद से स्थिति और बिगड़ गई, जिसमें भारी तोपखाने, टैंक और हवाई हमलों का इस्तेमाल हुआ।

हानि और विस्थापन

  • मृत्यु: अब तक कम से कम 33 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें थाईलैंड में 20 (ज्यादातर नागरिक) और कंबोडिया में 13 लोग शामिल हैं।
  • विस्थापन: दोनों देशों में सीमा क्षेत्रों से 1,68,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। थाईलैंड में 1,31,000 और कंबोडिया में 37,000 से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले चुके हैं। कई गांव खाली हो चुके हैं, और स्कूल व अस्पताल बंद कर दिए गए हैं।

ट्रंप की मध्यस्थता

  • युद्धविराम की अपील: ट्रंप ने शनिवार, 26 जुलाई 2025 को दोनों देशों के नेताओं—कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेत और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायचाई—से बात की और युद्धविराम के लिए तत्काल बैठक की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हिंसा जारी रही तो अमेरिका दोनों देशों के साथ व्यापार समझौतों को रोक देगा।
  • कंबोडिया की प्रतिक्रिया: हुन मानेत ने ट्रंप की युद्धविराम की अपील का समर्थन किया और इसे “तत्काल और बिना शर्त” लागू करने की बात कही। उन्होंने अपने विदेश मंत्री को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और थाईलैंड के विदेश मंत्री के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया।
  • थाईलैंड की प्रतिक्रिया: फुमथम ने ट्रंप के प्रयासों की सराहना की लेकिन कहा कि कंबोडिया को “ईमानदारी” दिखानी होगी। थाईलैंड ने द्विपक्षीय वार्ता की मांग की और तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को खारिज कर दिया।

जारी हिंसा

  • रविवार सुबह दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया। थाईलैंड का दावा है कि कंबोडियाई सेना ने सूरिन प्रांत में नागरिक क्षेत्रों पर गोलीबारी की, जबकि कंबोडिया का कहना है कि थाईलैंड ने उनके क्षेत्र में तोपखाने और टैंकों से हमला किया।
  • सिसाकेट प्रांत में रविवार को गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं, और यह स्पष्ट नहीं है कि यह किस तरफ से हो रही थी। स्थानीय निवासियों ने युद्धविराम की उम्मीद जताई है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • मलेशिया: आसियान के अध्यक्ष के रूप में मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने दोनों देशों से युद्धविराम की अपील की और मध्यस्थता की पेशकश की।
  • संयुक्त राष्ट्र: यूएन महासचिव ने “अधिकतम संयम” बरतने की अपील की, और शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई।
  • चीन: दोनों देशों के साथ अच्छे संबंधों के कारण चीन ने सतर्क रुख अपनाया और शांति की अपील की।

नागरिकों की स्थिति

  • थाईलैंड के सूरिन प्रांत में 6,000 से अधिक लोग शरणार्थी शिविरों में हैं। एक स्थानीय निवासी पिचायुत सुरसित ने कहा कि वह अपनी पत्नी और बेटियों की सुरक्षा के लिए काम छोड़कर घर लौटे।
  • कंबोडिया के सम्रोंग शहर में लोग मोटरबाइक और पिकअप ट्रकों में सामान लेकर भाग रहे हैं।

 

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