आईटी सेवा प्रदाता कंपनी हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज, 12 फरवरी 2025 से सार्वजनिक सदस्यता के लिए खुल गई है। इसके साथ ही, कंपनी सितंबर 2020 में एक्सचेंजों से डीलिस्टिंग के बाद फिर से शेयर बाजार में लौट रही है।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का आईपीओ लगभग ₹8,750 करोड़ का है, जो इसे किसी भी भारतीय आईटी सेवा कंपनी द्वारा अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक ऑफर बना रहा है। इससे पहले, यह रिकॉर्ड 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) द्वारा ₹4,713 करोड़ जुटाने के नाम था।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ विवरण
यह आईपीओ पूरी तरह से एक ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें 12.36 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की जा रही है।
सीए मैग्नम होल्डिंग्स, जिसके पास 95.03% (57.76 करोड़ शेयर) स्वामित्व है, इस सार्वजनिक पेशकश के माध्यम से अपनी आंशिक हिस्सेदारी बेच रहा है।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ प्राइस बैंड और लॉट साइज
प्राइस बैंड: ₹674-708 प्रति शेयर
लॉट साइज: 21 शेयर
न्यूनतम निवेश: ₹14,868 (21 शेयर)
अधिकतम निवेश: 13 लॉट (273 शेयर) = ₹1,93,284
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)
आईपीओ से पहले ग्रे मार्केट में शेयर ₹711.5 पर कारोबार कर रहे हैं, जो ₹708 के ऊपरी प्राइस बैंड से केवल ₹3.5 (0.49%) का मामूली प्रीमियम दर्शाता है।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ अलॉटमेंट और लिस्टिंग शेड्यूल
सब्सक्रिप्शन विंडो: 12 फरवरी – 14 फरवरी 2025
अलॉटमेंट फाइनल: 17 फरवरी 2025
डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट: 18 फरवरी 2025
बीएसई और एनएसई पर लिस्टिंग: 19 फरवरी 2025 (अनुमानित)
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ के प्रमुख प्रबंधक
रजिस्ट्रार: केफिन टेक्नोलॉजीज
बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स:
कोटक महिंद्रा कैपिटल
सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया
जे.पी. मॉर्गन इंडिया
एचएसबीसी सिक्योरिटीज & कैपिटल मार्केट्स
आईआईएफएल सिक्योरिटीज
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज आईपीओ का उद्देश्य
यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, इसलिए कंपनी को इससे कोई फंड नहीं मिलेगा।
संपूर्ण राशि प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर को जाएगी।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के बारे में
वैश्विक डिजिटल और टेक्नोलॉजी सेवा प्रदाता।
AI, ऑटोमेशन, क्लाउड एडॉप्शन, और ऑपरेशनल ऑप्टिमाइजेशन में विशेषज्ञता।
मुख्य सेवा क्षेत्र:
डिजाइन & बिल्ड
सिक्योर & रन
डेटा & AI
ऑप्टिमाइज़
क्लाउड सर्विसेज
निष्कर्ष
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का आईपीओ मजबूत फंडामेंटल्स, AI-ड्रिवन इनोवेशन और वैश्विक उपस्थिति के कारण निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प हो सकता है। हालाँकि, कम GMP (₹3.5) और पूरी तरह OFS होने के कारण, लिस्टिंग गेन की संभावना सीमित हो सकती है। इसलिए, यदि आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की योजना बना रहे हैं, तो यह एक उचित अवसर हो सकता है।