newsallindia.com

राजस्थान के दो शिक्षकों ने कैसे स्थापित की ‘लैब’ और शुरू किया सिंथेटिक ड्रग्स का निर्माण

राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक सनसनीखेज मामले में, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने 8 जुलाई 2025 को एक गुप्त ड्रग्स लैब का भंडाफोड़ किया, जो एक आवासीय अपार्टमेंट में चल रही थी। इस लैब को दो विज्ञान शिक्षकों, 25 वर्षीय मनोज भार्गव और 35 वर्षीय इंद्रजीत बिश्नोई, द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिन्हें अमेरिकी टीवी सीरीज ‘ब्रेकिंग बैड’ से प्रेरणा मिली थी। इस सीरीज में एक हाई स्कूल केमिस्ट्री टीचर, वाल्टर व्हाइट, मेथमफेटामाइन ड्रग बनाने का काम शुरू करता है।

मामला और गिरफ्तारी

ड्रग्स और लैब का विवरण

‘ब्रेकिंग बैड’ से प्रेरणा

प्रेरणा और आर्थिक स्थिति

सामाजिक प्रभाव और प्रतिक्रिया

कानूनी स्थिति

निष्कर्ष: यह मामला ‘ब्रेकिंग बैड’ की कहानी से मिलता-जुलता है, जहां वैज्ञानिक ज्ञान का दुरुपयोग अवैध गतिविधियों के लिए किया गया। यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए चौंकाने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे नशे की बढ़ती मांग युवाओं को गलत रास्ते पर ले जा सकती है।

स्रोत: यह जानकारी हिंदुस्तान टाइम्स, द इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया, और NDTV जैसे समाचार स्रोतों से संकलित की गई है।

Exit mobile version