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EQT द्वारा Indira IVF का IPO प्री-फाइलिंग रूट के ज़रिए SEBI में दाखिल

EQT ने लगभग 18 महीने पहले TA Associates और कंपनी के संस्थापकों से Indira IVF में बहुमत हिस्सेदारी खरीदी थी। अब, स्वीडन-स्थित इस निवेश कंपनी ने भारत की शीर्ष फर्टिलिटी फर्म Indira IVF का प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) में ड्राफ्ट पेपर्स को गुप्त प्री-फाइलिंग रूट के माध्यम से दाखिल किया है। इस मामले की जानकारी रखने वाले कई उद्योग सूत्रों ने Moneycontrol को इसकी जानकारी दी।

एक सूत्र ने बताया, “इस इश्यू का आकार ₹3,500 करोड़ का होगा और यह पूरी तरह से बिक्री के लिए ऑफर (OFS) होगा। फिलहाल, योजना यह है कि EQT का हिस्सा ₹2,900 करोड़ का होगा और बाकी ₹600 करोड़ का हिस्सा संस्थापकों/प्रवर्तकों द्वारा बेचा जाएगा।”

अन्य दो सूत्रों ने भी इस जानकारी की पुष्टि की। एक अन्य सूत्र ने बताया कि कोटक महिंद्रा कैपिटल, नोमुरा, IIFL कैपिटल, JP मॉर्गन और UBS इस इश्यू के लिए निवेश बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं।

तीनों सूत्रों ने गोपनीयता की शर्त पर Moneycontrol से बात की। EQT ने ईमेल के माध्यम से भेजे गए सवालों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, और Indira IVF तथा संबंधित बैंकों की ओर से भी इस खबर के प्रकाशित होने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।

गोपनीय फाइलिंग क्या है?

SEBI ने नवंबर 2022 में मुख्य बोर्ड जारीकर्ताओं के लिए प्री-फाइलिंग को एक वैकल्पिक विकल्प के रूप में पेश किया था। यह कंपनियों को संवेदनशील व्यावसायिक विवरण या वित्तीय डेटा और जोखिमों को गोपनीय रखने की अनुमति देता है, खासकर प्रतिस्पर्धियों से।

वहीं, सामान्य प्रारूप में, जब ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया जाता है, तो यह सार्वजनिक दस्तावेज बन जाता है।

इस विकल्प से कंपनियों को गोपनीयता बनाए रखने का लाभ मिलता है और वे अंतिम सूचीबद्ध होने के निर्णय तक अपनी योजना को छुपा सकती हैं। यदि बाज़ार की स्थिति प्रतिकूल हो, तो वे लिस्टिंग योजना को वापस भी ले सकती हैं।

Indira IVF भारत की छठी प्रमुख कंपनी बन गई है जिसने गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग को चुना है। इससे पहले Tata Play, Oyo, Swiggy, Vishal Mega Mart और Credila Financial Services इस विकल्प का उपयोग कर चुके हैं।

EQT के अन्य IPO योजनाएँ

Indira IVF EQT पोर्टफोलियो की एकमात्र कंपनी नहीं है जो IPO की योजना बना रही है।

सितंबर 2024 में, Moneycontrol ने बताया था कि HDFC Credila Financial Services, जो भारत की शीर्ष शिक्षा ऋण वित्त पोषण कंपनी है, 2025 में एक बड़े IPO की तैयारी कर रही है।

दिसंबर 2024 में, Credila ने गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट के ज़रिए ₹5,000 करोड़ का IPO दाखिल किया।

Indira IVF: भारत की शीर्ष फर्टिलिटी चेन

Indira IVF की स्थापना डॉ. अजय मुरडिया ने 1988 में राजस्थान के उदयपुर में एक अकेली क्लिनिक के रूप में की थी। 2015 में इसे एक संगठन के रूप में स्थापित किया गया, जिसका उद्देश्य पुरुषों और महिलाओं के लिए बांझपन उपचार प्रदान करना था।

Indira IVF की वेबसाइट के अनुसार, कंपनी के भारत में 150 से अधिक केंद्र और 330 IVF विशेषज्ञ हैं। अब तक इस संस्था ने 1,60,000 से अधिक दंपतियों की सहायता की है और IVF प्रक्रियाओं के माध्यम से उन्हें माता-पिता बनने में मदद की है।

कंपनी IVF, लेज़र-असिस्टेड हैचिंग, क्रायोप्रिजर्वेशन, ICSI, IUI, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर, लैप्रोस्कोपी, हिस्टेरोस्कोपी और डोनर प्रोग्राम्स जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करती है।

ICRA की सितंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, Indira IVF का ब्रांड भारतीय IVF उद्योग में स्थापित है और इसका उत्तरी एवं पश्चिमी भारत में प्रमुख बाजार नियंत्रण है।

वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजना

FY24 में, Indira IVF का राजस्व (अनंतिम) ₹1,476.4 करोड़ और शुद्ध लाभ (PAT) ₹266.2 करोड़ रहा।

कंपनी लगातार अपने केंद्रों का विस्तार कर रही है और अस्पताल क्षेत्र में भी प्रवेश कर रही है। इसका उद्देश्य स्वस्थ राजस्व वृद्धि बनाए रखना है।

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