निहाल सरीन: 14 साल की उम्र में शतरंज ग्रैंडमास्टर, जिन्होंने मैग्नस कार्लसन के साथ ड्रॉ से इंकार किया

निहाल सरीन, भारत के एक उभरते हुए शतरंज सितारे, ने हाल ही में 2025 के ईस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप में विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। 21 साल की उम्र में, निहाल ने न केवल अपनी तेज सोच और रणनीतिक कौशल से ध्यान खींचा, बल्कि कार्लसन के ड्रॉ प्रस्ताव को ठुकराकर भी सुर्खियां बटोरीं। आइए जानते हैं इस युवा शतरंज प्रतिभा के बारे में विस्तार से।

निहाल सरीन कौन हैं?

निहाल सरीन का जन्म 13 जुलाई 2004 को केरल के त्रिशूर में हुआ था। उनके पिता, सरीन अब्दुलस्सलम, एक त्वचा विशेषज्ञ हैं, जबकि उनकी मां, शिजिन अम्मनम वीटिल उम्मर, एक मनोचिकित्सक हैं। निहाल ने तीन साल की उम्र में ही 190 देशों की राजधानियों और उनके झंडों को पहचानने की असाधारण क्षमता दिखाई थी। उसी उम्र में, उन्होंने कीड़ों और पौधों के वैज्ञानिक नाम भी याद कर लिए थे।

निहाल ने शतरंज की दुनिया में कदम रखा और जल्दी ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 2018 में, मात्र 14 साल की उम्र में, उन्होंने 2600 ईएलओ रेटिंग पार की, जिसने उन्हें उस समय इतिहास में तीसरा सबसे युवा खिलाड़ी बना दिया। उसी साल, अबू धाबी मास्टर्स में तीसरा ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल कर वे भारत के 53वें और दुनिया के 12वें सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने।

शतरंज में शुरुआती उपलब्धियां

निहाल ने अपनी शतरंज यात्रा में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं:

  • 2014: विश्व अंडर-10 चैंपियन बने।
  • 2015: विश्व अंडर-12 चैंपियनशिप में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
  • 2020: FIDE ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम के साथ स्वर्ण पदक जीता।
  • 2020: ऑनलाइन आयोजित अंडर-18 विश्व युवा चैंपियनशिप में रैपिड प्रारूप में जीत हासिल की।

मैग्नस कार्लसन के साथ मुकाबला

2025 के ईस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में निहाल ने मैग्नस कार्लसन का सामना किया। इस टूर्नामेंट में, निहाल ने पहले गेम में समय की कमी के बावजूद (मात्र 20 सेकंड बचे थे) कार्लसन को ड्रॉ के लिए मजबूर किया। दूसरे गेम में, कार्लसन ने ड्रॉ का प्रस्ताव दिया, जिसे निहाल ने ठुकरा दिया। हालांकि, कार्लसन ने अंततः 2.5-0.5 से मैच जीत लिया, लेकिन निहाल की हिम्मत और रणनीति ने सभी का ध्यान खींचा। निहाल ने कहा, “मैं आज पूरी तरह से हार गया, लेकिन मैं बेहतर खेल सकता था।”

इससे पहले, 2021 में जूलियस बेयर चैलेंजर्स शतरंज टूर में निहाल ने कार्लसन को ब्लिट्ज प्रारूप में हराया था, जो उनकी पहली आधिकारिक जीत थी। कार्लसन ने निहाल की तारीफ करते हुए उन्हें “युवा बंदूकों में से एक” और “सर्वश्रेष्ठ ब्लिट्ज खिलाड़ियों में से एक” कहा था।

निहाल की खेल शैली

निहाल को उनकी तेज सोच और ब्लिट्ज तथा बुलेट शतरंज में महारत के लिए जाना जाता है। उनकी रणनीति स्थिति को समझने और त्वरित निर्णय लेने पर आधारित होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि निहाल की ऑनलाइन शतरंज में व्यापक अनुभव और शतरंज इंजनों के साथ अभ्यास ने उनकी शैली को और निखारा है।

हाल की उपलब्धियां

  • मार्च 2025: निहाल ने ताशकंद ओपन में 8/10 अंकों के साथ अजेय प्रदर्शन किया।
  • मार्च 2025: चेस.कॉम के टाइटल्ड ट्यूसडे इवेंट में निहाल ने कार्लसन को पछाड़कर सर्वश्रेष्ठ संयुक्त प्रदर्शन किया।
  • जुलाई 2025: ईस्पोर्ट्स वर्ल्ड कप में नीदरलैंड के अनीश गिरी और फ्रांस के मैक्सिम वाचिएर-लाग्रेव को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचे।

भारत में शतरंज का भविष्य

निहाल सरीन, प्रग्गनानंधा, गुकेश और अर्जुन एरिगैसी जैसे युवा खिलाड़ियों के साथ भारत शतरंज की दुनिया में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। विश्वनाथन आनंद ने 2018 में निहाल की तारीफ करते हुए कहा था कि उनमें विश्व चैंपियन बनने की क्षमता है, हालांकि यह एक लंबा सफर है।

निजी जीवन और योगदान

निहाल का परिवार उनके करियर में उनका मजबूत समर्थन रहा है। 2018 में केरल बाढ़ के दौरान, निहाल ने चेसबेस इंडिया के साथ एक लाइव यूट्यूब शो के माध्यम से 1,74,463 रुपये जुटाए, जिससे उनकी सामाजिक जिम्मेदारी भी झलकती है।

निष्कर्ष

निहाल सरीन न केवल एक शतरंज प्रोडिजी हैं, बल्कि एक साहसी और समर्पित खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनौती दी है। मैग्नस कार्लसन जैसे दिग्गज के खिलाफ उनकी हिम्मत और कौशल ने उन्हें दुनिया भर में प्रशंसा दिलाई है। भारत के इस युवा सितारे से भविष्य में और भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।

 

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