राज्य के स्वामित्व वाली पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में समेकित शुद्ध लाभ में 2.5% की मामूली कमी दर्ज की, जो 3,630.58 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 3,723.92 करोड़ रुपये थी। यह कमी मुख्य रूप से कुल खर्चों में वृद्धि के कारण हुई, जो पिछले साल की तिमाही में 6,643.07 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,114.23 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि, कंपनी की कुल आय 1.4% बढ़कर 11,444.42 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 11,279.59 करोड़ रुपये थी। परिचालन से आय 1.7% बढ़कर 11,196.22 करोड़ रुपये हो गई। ट्रांसमिशन सेगमेंट की आय में मामूली कमी आई, जो 10,727.97 करोड़ रुपये से घटकर 10,694.66 करोड़ रुपये रही। इसके विपरीत, कंसल्टेंसी सेगमेंट की आय 120% बढ़कर 405.92 करोड़ रुपये हो गई, और टेलीकॉम सेगमेंट की आय 18% बढ़कर 289.49 करोड़ रुपये रही। EBITDA (परिचालन लाभ) 5% घटकर 9,147 करोड़ रुपये रहा, और परिचालन मार्जिन 81.69% रहा, जो पिछले साल के 87.25% से कम है। नेट प्रॉफिट मार्जिन 32% रहा, जो पिछले साल के 34% से कम है। कंपनी ने Q1 FY26 में 6,981 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया। 30 जून 2025 तक, कंपनी के पास 1,80,533 सर्किट किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइनें, 284 सबस्टेशन, और 5,66,831 MVA की ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता थी, जिसमें 99.84% की उच्च औसत ट्रांसमिशन सिस्टम उपलब्धता थी। पावर ग्रिड के बोर्ड ने FY26 के लिए उधार सीमा को 16,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 25,000 करोड़ रुपये करने और FY27 के लिए 30,000 करोड़ रुपये तक के फंड जुटाने की मंजूरी दी। इसके अलावा, नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (NEA) के साथ भारत-नेपाल के बीच क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक संयुक्त उद्यम (51% पावर ग्रिड और 49% NEA) को मंजूरी दी गई। कंपनी ने दो टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (TBCB) परियोजनाओं में भागीदारी के लिए भी मंजूरी दी, जिनका कुल अनुमानित लागत 500 करोड़ रुपये है।
मुख्य बिंदु:
- शुद्ध लाभ: 3,630.58 करोड़ रुपये (2.5% YoY कमी)
- कुल आय: 11,444.42 करोड़ रुपये (1.4% YoY वृद्धि)
- परिचालन आय: 11,196.22 करोड़ रुपये (1.7% YoY वृद्धि)
- खर्चे: 7,114.23 करोड़ रुपये (7% YoY वृद्धि)
- EBITDA: 9,147 करोड़ रुपये (5% YoY कमी)
- पूंजीगत व्यय: 6,981 करोड़ रुपये
- बोर्ड ने FY26 के लिए 25,000 करोड़ रुपये और FY27 के लिए 30,000 करोड़ रुपये के फंड जुटाने की मंजूरी दी।