एजैक्स इंजीनियरिंग IPO: सब्सक्रिप्शन के लिए खुला, 12 फरवरी तक बोली लगा सकते हैं

IPO का विवरण:

कंक्रीट उपकरण निर्माता एजैक्स इंजीनियरिंग का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज से निवेशकों के लिए खुल गया है और 12 फरवरी तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा।

यह IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें प्रमोटर्स और एक निवेशक शेयरधारक द्वारा 2.01 करोड़ शेयरों की बिक्री की जा रही है। IPO का कुल मूल्यांकन, प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर, ₹1,269 करोड़ है।

OFS के तहत, केदारा कैपिटल अपनी 74.37 लाख शेयरों की हिस्सेदारी बेच रही है।

चूंकि यह पूरी तरह से OFS है, इसलिए एजैक्स इंजीनियरिंग को IPO से कोई भी फंड प्राप्त नहीं होगा।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO प्राइस बैंड:

कंपनी ने IPO के लिए ₹599-629 का प्राइस बैंड तय किया है, जहां निवेशक 23 शेयरों के एक लॉट में बोली लगा सकते हैं।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम):

IPO खुलने से पहले, अनलिस्टेड बाजार में एजैक्स इंजीनियरिंग के शेयर ₹52 के GMP पर ट्रेड कर रहे थे।
हालांकि, यह सिर्फ एक संकेतक है और इसमें तेजी से बदलाव आ सकता है।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO के प्रमुख जोखिम:

राजस्व केंद्रित जोखिम:

कंपनी का अधिकांश राजस्व सेल्फ-लोडिंग कंक्रीट मिक्सर की बिक्री से आता है।

FY22 में 77.4%, FY23 में 83.1%, FY24 में 85.1% और 1HFY25 में 81.5% राजस्व इसी से आया।

चक्रीय जोखिम:

कंक्रीट उपकरण उद्योग चक्रीय होता है और मुख्य रूप से सरकार की इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश नीतियों पर निर्भर करता है।

कच्चे माल की लागत:

कंपनी की कच्चे माल की लागत उसके कुल राजस्व की बड़ी हिस्सेदारी लेती है।

FY22 में 71.8%, FY23 में 71.9%, FY24 में 73.3% और 1HFY25 में 69.6% खर्च हुआ।

निर्माण इकाइयों का जोखिम:

कंपनी की सभी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज कर्नाटक में स्थित हैं, जिससे यह क्षेत्रीय जोखिमों के प्रति संवेदनशील हो जाती है।

अनुपालन जोखिम:

कंपनी ने कुछ नियामक अनुपालनों का पालन करने में चूक की है, जिससे भविष्य में कानूनी चुनौतियां हो सकती हैं।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO ग्रोथ रणनीति:

ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार करना।

निर्यात के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करना।

इनऑर्गेनिक ग्रोथ के अवसर तलाशना।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO एंकर निवेश:

कंपनी ने 7 फरवरी को एंकर निवेशकों से ₹379 करोड़ जुटा लिए हैं।

प्रमुख एंकर निवेशक:

SBI म्यूचुअल फंड

AXIS म्यूचुअल फंड

HSBC म्यूचुअल फंड

Edelweiss म्यूचुअल फंड

Franklin Templeton Investment Funds

कंपनी ने ₹629 प्रति शेयर की दर से 60.3 लाख शेयर 23 फंड्स को आवंटित किए हैं, जिससे कुल सौदे का आकार ₹379.3 करोड़ पहुंच गया।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां:

प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर, कंपनी का मार्केट कैप ₹7,200 करोड़ आंका गया है।

एजैक्स इंजीनियरिंग, भारत में कंक्रीट उपकरण निर्माण की प्रमुख कंपनी है, जो संपूर्ण कंक्रीट वैल्यू चेन के लिए समाधान प्रदान करती है।

कंपनी के चार निर्माण एवं असेंबली प्लांट कर्नाटक में हैं और एक नया प्लांट अडिनारायणहोसहल्ली, कर्नाटक में निर्माणाधीन है, जो अगस्त 2025 तक चालू होने की उम्मीद है।

वित्तीय प्रदर्शन:

FY24 में कंपनी का मुनाफा 65.7% बढ़कर ₹225.1 करोड़ हो गया।

FY24 में राजस्व 51.3% बढ़कर ₹1,741.4 करोड़ हो गया।

FY25 के पहले छह महीनों में, मुनाफा 21.8% बढ़कर ₹101 करोड़ और राजस्व 12.4% बढ़कर ₹770 करोड़ हो गया।

एजैक्स इंजीनियरिंग IPO लिस्टिंग और अलॉटमेंट डेट:

IPO अलॉटमेंट: 13 फरवरी 2025

BSE और NSE पर लिस्टिंग: 17 फरवरी 2025 (संभावित)

बुक रनिंग लीड मैनेजर्स:

ICICI Securities

Citigroup Global Markets India

JM Financial

Nuvama Wealth Management

SBI Capital Markets

निवेशकों के लिए यह IPO एक आकर्षक अवसर हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल हैं, इसलिए निवेश से पहले सावधानीपूर्वक विचार करें।

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