बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (जून 2025 को समाप्त) में शुद्ध लाभ में 32.2% की वृद्धि दर्ज की, जो ₹2,252.1 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹1,702.7 करोड़ था। यह वृद्धि मुख्य रूप से ट्रेजरी आय और बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता के कारण हुई।

  • नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): नेट इंटरेस्ट इनकम 3.3% घटकर ₹6,068.1 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष ₹6,275.8 करोड़ था। यह ब्याज आय और व्य प पर अंतर के कारण हुआ।
  • परिचालन लाभ: परिचालन लाभ 9% बढ़कर ₹4,009 करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष ₹3,677 करोड़ था।
  • प्रावधान: प्रावधान 15.2% घटकर ₹1,096 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष ₹1,293 करोड़ था। तिमाही आधार पर प्रावधान 18% कम हुआ।
  • परिसंपत्ति गुणवत्ता: सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (Gross NPA) अनुपात 2.92% रहा, जो पिछली तिमाही में 3.27% था। शुद्ध NPA अनुपात 0.75% रहा, जो पिछली तिमाही में 0.82% था।
  • शेयर प्रदर्शन: 29 जुलाई 2025 को बैंक ऑफ इंडिया के शेयर ₹112.30 पर बंद हुए, जो मामूली वृद्धि दर्शाता है। शेयर का उच्चतम मूल्य ₹112.71 और न्यूनतम ₹110.30 रहा।

निष्कर्ष: बैंक ऑफ इंडिया ने ट्रेजरी आय और बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता के कारण मजबूत लाभ वृद्धि दर्ज की, हालांकि NII में मामूली गिरावट एक चुनौती रही। बैंक ने परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार और प्रावधानों में कमी के साथ स्थिर प्रदर्शन दिखाया।

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