जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (JSPL) ने मंगलवार को घोषणा की कि वह आने वाले वर्षों में ओडिशा में अतिरिक्त 70,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
यह घोषणा कंपनी के अध्यक्ष नवीन जिंदल ने ‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ के दौरान की।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य ओडिशा को एक वैश्विक औद्योगिक नेता बनाना है, साथ ही यहां के लोगों के जीवन स्तर को लगातार सुधारना है। यह अतिरिक्त 70,000 करोड़ रुपये का निवेश न केवल औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि ओडिशा में हजारों परिवारों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाएगा।”
जिंदल ने यह भी बताया कि कंपनी केओंझार जिले में एक इस्पात संयंत्र स्थापित करने की संभावना तलाश रही है, ताकि मुख्यमंत्री मोहन चरन माझी के विजन को साकार किया जा सके।
JSPL अंगुल में भारत का पहला कोयला गैसीकरण संयंत्र संचालित करता है, जो इस्पात उत्पादन के लिए आयातित कोकिंग कोल पर निर्भरता कम करने पर केंद्रित है।
कंपनी का अंगुल संयंत्र, जो वर्तमान में 6 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) क्षमता पर है, इस साल 12 MTPA तक बढ़ जाएगा और 2030 तक 25.2 MTPA तक पहुंच जाएगा। इससे यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे हरित इस्पात संयंत्र बन जाएगा और हाइड्रोजन-आधारित हरित इस्पात उत्पादन में अग्रणी होगा।
जिंदल ने कहा कि अब तक JSPL ने ओडिशा में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है।
पिछले एक दशक में, कंपनी ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण आजीविका, खेल, कला और संस्कृति पर केंद्रित सतत सामाजिक पहलों में 900 करोड़ रुपये का निवेश किया है।