ज़ायडस वेलनेस लिमिटेड ने 30 जून, 2025 को समाप्त हुए प्रथम तिमाही (Q1 FY26) के लिए अपने समेकित वित्तीय परिणामों की घोषणा की। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 13.4% कम होकर 127.9 करोड़ रुपये रहा, जो कि Q1 FY25 में 147.7 करोड़ रुपये था। इस कमी का मुख्य कारण मौसमी ब्रांड्स की बिक्री पर कम गर्मी और बेमौसम बारिश का प्रभाव, साथ ही बढ़ते खर्चे रहे।
विवरण:
- परिचालन राजस्व: तिमाही में परिचालन से कुल राजस्व 2.4% बढ़कर 860.9 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 841 करोड़ रुपये था।
- खर्चे: कुल खर्चे 3.4% बढ़कर 718.6 करोड़ रुपये हो गए, जो पिछले वर्ष 694.4 करोड़ रुपये थे। इसमें सामग्री की लागत 267.2 करोड़ रुपये, कर्मचारी लाभ खर्च 68.2 करोड़ रुपये, और विज्ञापन व प्रचार खर्च 132.5 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष 124.3 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
- EBITDA: EBITDA स्थिर रहा और 156 करोड़ रुपये रहा, लेकिन EBITDA मार्जिन 18.5% से घटकर 18.1% हो गया।
- ब्रांड प्रदर्शन: ज़ायडस वेलनेस के प्रमुख ब्रांड्स जैसे ग्लूकोन-डी, न्यूट्रालाइट, कॉम्प्लान, शुगर फ्री, नायसिल, और एवरीयूथ नेचुरल्स ने सकल मार्जिन वृद्धि हासिल की। शुगर फ्री ने 96.1% बाजार हिस्सेदारी के साथ शुगर सब्स्टीट्यूट श्रेणी में नेतृत्व बनाए रखा, जबकि एवरीयूथ ने स्क्रब्स में 48.7% और पील-ऑफ मास्क में 77% हिस्सेदारी हासिल की। ग्लूकोन-डी ने 58.9% बाजार हिस्सेदारी के साथ अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखी।
- प्रभावित कारक: कम गर्मी और बेमौसम बारिश ने मौसमी ब्रांड्स की बिक्री को प्रभावित किया। कंपनी ने निवेशक प्रस्तुति में बताया कि “लगातार इनपुट लागत मुद्रास्फीति” अगली तिमाही में कम होने की उम्मीद है।
- शेयर प्रदर्शन: परिणामों के बाद, ज़ायडस वेलनेस के शेयरों में लगभग 2% की गिरावट देखी गई, जो 2,012.50 रुपये के पिछले बंद से 1,940.00 रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गया। दोपहर 2:15 बजे तक शेयर 2,047 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो 1.71% की वृद्धि दर्शाता है।
कंपनी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धि शहरी क्षेत्रों की तुलना में अधिक रही, और ब्रांडेड कमोडिटीज़, पर्सनल केयर, और डेयरी उत्पादों ने वृद्धि में योगदान दिया।